कांग्रेस को लोकसभा चुनाव ने करारी हार के बाद प्रियंका सहित श्रेष्ठ्य नेता लगे मंथन में........

रिपोर्ट---रज़िया बानो खान.......

 



 

उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी में कांग्रेस जी-जान से जुट गयी है। कांग्रेस अपने संगठन में बड़े बदलाव कर सकती है। यूपी कांग्रेस के सभी जिला और शहर अध्यक्षों को भी हटाया जा सकता है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में भी बड़े बदलाव के संकेत हैं। सूबे में नये प्रदेश अध्यक्ष की भी सुगबुगाहट शुरू हो गयी है। लेकिन संगठन में बदलाव की यह प्रक्रिया कार्यकर्ताओं से सलाह-मशविरा के बाद ही शुरू होगी। योजना है कि यूपी का चुनाव कांगेस महासचिव प्रियंका गांधी को बतौर सीएम प्रोजेक्ट करके लड़ेगी। लेकिन इस बारे में अंतिम फैसला पार्टी हाईकमान पर छोड़ा गया है। कांग्रेस पार्टी में आमूलचूल बदलाव का फैसला प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य की मैराथन बैठक के बाद लिया गया है।

 


 

प्रियंका ने 40 लोकसभा सीटों का लिया जायजा

लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रायबरेली में 40 लोकसभा सीटों के प्रत्याशियों के साथ समीक्षा बैठक की थी। इसमें पार्टी के खराब प्रदर्शन का ठीकरा पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं पर फोड़ा गया। कुछ कार्यकर्ताओं पर आरोप लगे कि उन्होंने दिल से काम नहीं किया। इसके साथ ही निर्णय लिया गया कि पार्टी ब्लॉक स्तर से बदलाव करेगी। निष्क्रिय पदाधिकारियों को हटाकर ऊर्जावान और युवाओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। साथ ही लोकसभा चुनाव में मिली हार को भूलकर नए सिरे से पार्टी को ताकतवर बनाने में जुटने का आह्वान किया गया।

 



ज्योतिरादित्य ने 29 सीटों पर किया मंथन

 

पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कांग्रेस प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर के साथ लखनऊ में 29 लोकसभा सीटों की समीक्षा की। उन्होंने भी 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए जमीनी मुद्दों और कार्यकर्ताओं के सुझाव लेकर संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया। ज्योतिरादित्य ने लोकसभा क्षेत्रवार प्रत्याशी, संयोजक, जनप्रतिनिधि, पूर्व जनप्रतिनिधि और संगठन पदाधिकारियों से हार के कारणों को जानने का प्रयास किया। ज्योतिरादित्य ने भी दोहराया कि कांग्रेस अब किसी से गठबंधन नहीं करेगी बल्कि अकेले चुनाव लड़ेगी।

 



समीक्षा बैठक के बिंदु....

 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि सबसे पहले पद धारण कर काम नहीं करने वाले चिन्हित किए जाएंगे।

-निष्क्रिय पदाधिकारियों को उनके पदों से हटाकर दूसरी जिम्मेदारी दी जाएगी। 

-फिर भी प्रदर्शन न करने वालों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा।

-पार्टी कार्यकर्ताओं को दिल से काम करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा ताकि मिशन 2022 को अंजाम दिया जा सकेगा।

-कांग्रेस जमीनी स्तर पर मुद्दों की लड़ाई लड़ेगी। इससे संगठन को मजबूती मिलेगी।

-संगठन में ऊर्जा का संचार करने के लिए जमीनी कार्यकर्ताओं के सुझाव लेगी कांग्रेस। 

-अगले दो हफ्तों में 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारी का प्रोजेक्ट कार्यकर्ताओं में बांटा जाएगा।

-12 सीटों के उपचुनाव में स्थानीय नेताओं को मिलेगी तरजीह। सभी सीटों पर प्रत्याशियों होगा चयन।

 


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