रिपोर्ट---रज़िया बानो खान....
मायवती के भाई आनंद की संपत्ति ईडी द्वारा बेनामी संपत्ति के नियम के तहत ज़ब्त कर ली गई।इस कार्यवाही से नाराज़ बसपा सुप्रीमो ने इसे केंद्र सरकार की साजिश करार दिया है।एक बयान जारी कर बहन मायावती ने आरोप लगाया है कि भाजपा ने सत्ता में आने के बाद अरबों की संपत्ति बना ली उसका किसी को हिसाब नही दिया और जो अपनी मेहनत से कारोबार को बढ़ाता है उस पर सरकारी मशीनरी का दुरूपयोग कर कार्यवाही करा दी जाती है क्योंकि वो नीची जाति से आता है।
मायावती ने कहा कि चुनाव में भाजपा को 2 हज़ार करोड़ रुपये मिले जिसे उसने चुनाव में खर्च किया लेकिन इसका कोई लेखा जोखा सार्वजानिक नही किया उनका कहना था कि वो सिर्फ और सिर्फ अपने और अपने रिश्तेदारों के लिये ही काम करती है और उनको रातो रात धन्ना सेठ बना देती है।
मायावती ने आरोप लगाया केंद्र की भाजपा सरकार दलित विरोधी सरकार है और वो इसी दिशा में काम कर रही है जिसे समझने की ज़रूरत है उनका कहना था कि सरकारी नौकरी में आरक्षण जिस रेलवे विभाग में सबसे ज़्यादा मिलता था ये सरकार उसका भी निजीकरण करने की तैयारी में है ताकि आरक्षण भी समाप्त हो जाये उनका कहना था कि भाजपा भी आरएसएस की मानसिकता वाली पार्टी बन चुकी है जो जातिवाद की राजनीति करने पर आमादा है और इसी दिशा में काम भी कर रही है लेकिन बसपा उनके मनसूबे कामयाब नही होने देगी।
कांग्रेस के बाद अब बसपा भी सरकार पर सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग करने का इल्जाम लगाने लगी है इससे ये बात तो साफ लगती है कि सरकारी संस्थाओं में सरकार का हस्तक्षेप होता ज़रूर है पर क्या ये बदले की भावना के लिए इस्तेमाल होता है ये समझने वाली बात है।सरकार बदलती है तो सरकारी संस्था के तेवर भी बदल जाते हैं जिससे संदेह होता है कि क्या वाकई विपक्ष के आरोप इस बात को लेकर सही हैं या ये सिर्फ उनकी खीज होती है जो सरकार पर अनर्गल आरोप लगा कर खुद को पाक साफ बताने का एक मात्र ज़रिया है जिसे जनता तक पहुंचाया जाता है।