सत्ता जाने का भय ठुकाई किसी की माफ़ी किसी और से...
रिपोर्ट---रज़िया बानो खान

 


 

आकाश विजयवर्गीय को भले पहले कोई नही जानता था लेकिन वो उस वक़्त सुर्खी में आये थे जब उन्होंने नगर निगम कर्मचारी को बल्ला जड़ दिया था उस वक़्त पता चला कि साहब कैलाश विजयवर्गीय के विधायक पुत्र हैं और कैलाश विजयवर्गीय भाजपा में अपना एक खास मोकामा रखते हैं।



 

आकाश विजयवर्गीय की उस बैटिंग ने ना सिर्फ उन्हें और उनके पापा को परेशान किया बल्कि उनकी पार्टी भाजपा को भी इस मामले में शर्मिंदगी उठानी पड़ी और तो और आकाश को जेल की हवा भी खानी पड़ी।इस पूरे मामले में भाजपा पहले तो खुद को किनारे करते नज़र आ रही थी लेकिन जब मामले ने काफी तूल पकड़ा तो एक ऐसी आवाज़ उठी जिसने सबको लाईन हाजिर कर दिया।


 

वो आवाज़ थी देश के पीएम नरेंद्र मोदी की जिन्होंने दो टूक शब्दों में कहा था कि ऐसी हरकत ना क़ाबिलेमाफी है ऐसे लोगो को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।उनकी इसी बात ने आकाश को उस वाक्ये पर अफसोस जताने की सीख दी आपको याद होगा ये वही आकाश विजयवर्गीय हैं जिन्होंने ज़मानत पर आने के बाद कहा थी कि उन्हें अपनी करनी पर कोई अफसोस नही है उन्होंने तो यहां तक कहा था कि जनता हित में वो ऐसी बैटिंग करते रहेंगे लेकिन अब वही आकाश अपनी करनी को दोबारा ना दोहराने की कसम खा रहे हैं,और किये पर शर्मिंदा भी नज़र आ रहे हैं लेकिन माफीनामा अपने शीर्ष नेताओं को भेजा है उनको नही जिनपे जम के बल्ला चलाया था।


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